Harmanpreet Kaur Kon Hai:दोस्तों आज हम बात करने वाले है एक ऐसे लड़की की जिसने बस 19 साल की उम्र में पाकिस्तान के खिलाफ world cup में अपना डेब्यू किया। इंडियन टीम में बॉलिंग करने के लिए उसे ज्यादा मोके नहीं मिल रहे थे और बैटिंग में भी कुछ ऐसा ही हाल था उन्हें ये नहीं पता था की इस स्किल से वो Indian Women’s team को विश्र्व में एक बड़ी पैचान दिलाने वाली है। है दोस्तों में बात कर रहा हु Harmanpreet Kaur की।
Harmanpreet Kaur Kon Hai?
आपको में बता दू की Harmanpreet Kaur का जन्म 8 March,1989 को पंजाब के छोटे से गाँव मोगा में हुवा। उनके पिता का नाम Harmander Sing Bhullar है जो की जुडिशल कोर्ट में क्लर्क है और माता Satinder kaur हाउस वाइफ है। पिताजी अपने ज़माने में स्टेट लेवल बास्केट बॉल प्लेयर और क्लब लेवल के क्रिकेटर थे। पिता चाहते थे की उनका भी को कोई बच्चा स्पोर्ट्स खेले सयोग से जिसदिन हरमनप्रीत का जन्म हुवा पिता एक टीशर्ट ले आए जिसपे गुड Bats man लिखा हुवा था।
बचपन से ही हरमन को भी स्पोर्ट्स खेलना पसंद था उन्होंने अपने पिता को क्रिकेट में लम्बे लम्बे छक्के मरते वक्त देखा था पिता होने हॉकी सीखा ते थे और वो हॉकी सिटक से क्रिकेट के शार्ट मरती थी। स्कूल और गली मोहले में हरमन कही बात लड़को को लम्बे छक्के मरने का चलेंगे देती थी बचपन से हे हरमन वीरेंदर सवाग की बहुत बड़ी फैन थी। पिता को भी स्पोर्ट्स में रूचि थी इसलिए हरमन को भी सपोर्ट किया लोग होने कहते थे की क्यू अपनी लड़की के जिंदगी लड़को के खेल के पीछे बर्बाद कर रहे हो पर पिता ये जानते थे की वो कया कर रहे है।
हरमनप्रीत कौर ने अपनी स्कूलिंग कहा से की?
Harmanpreet kaur kon Hai: हरमन ने अपनी स्कूलिंग ज्ञान ज्योति सीनियर सेकेंडरी स्कूल मोगा से की। Kamaldheesh Sodhi जी ने स्कूल में क्रिकेट academy बनवाया था। साल 2006 में जब हरमन १० वि कक्षा में थी एक दिन सोढ़ी जी ने उन्हें लड़को के सात क्रिकेट खेलते वक्त देखा बड़े आसानी से वो लड़को से भी बड़े छक्के मर रही थी। बाद में उन्हें हरमन का क्रिकेट के प्रति इंटरेस्ट पता चला।
सोढ़ी जी ने हरमन के पिता से बात की और हरमन को क्रिकेट academy भेजने को कहा। हरमन एक मिडल क्लास फॅमिली से अति थी घरवालों ने कहा की हम लोग इतना खर्चा नहीं उठा सकते तभी सोढ़ी जी ने कहा खरचे की चिंता आप मात करो में देकता हु। हरमन को खेलने के लिए कोई अच्छा बैट या बॉल नहीं मिलता था।
अच्छे ट्रैन फैसिलिटी के लिये 16 साल की उम्र में हरमन ने S K Public Senior Secondary School, Ferozepur जॉइन कर लिया। बैटिंग में finisher के तोर पर और बॉलिंग में medium fast बॉलर के तोर पर खेला करती थी। अच्छे प्रदर्शन के कारन उन्हें बहुत जल्द उन्हें Punjab Cricket Association Camp में शामिल करलिया गया। स्टेट के बेस्ट प्लाएर के बिच ट्रेनिंग करने से उन्हें काफी मदद मिली। और सिर्फ 2 साल के अंदर वो पुंजय सीनियर टीम का दरवाजा ख़टखटाने ने लगी। क्रिकेट टीम में जगह नहीं मिलने के करण उन्हें एक साल और अंडर १९ खेलना था।